नोएडा गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य सोमवार से शुरू हो गया।विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की इंडियन सब्सिडियरी कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अधिकारियों ने सोमवार को साइट पर पहुंचकर कार्य शुरू कराया।
श्रमिकों ने काम शुरू करने से पहले खुद नारियल फोड़कर पूजा-पाठ किया। इसके बाद भूमि को समतल करने का कार्य शुरू किया गया।
सितंबर में प्रोजेक्ट का शिलान्यास संभावित
इसके लिए जेसीबी मशीनें साइट पर पहुंच गई हैं।नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास की तारीख अभी तय नहीं हो सकी है।कोरोना महामारी के कारण यह प्रोजेक्ट पहले ही लेट हो चुका है।इसलिए शिलान्यास की औपचारिकता से पहले ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।इस बात की पूरी संभावना है कि आगामी सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शिलान्यास करेंगे।
जमीन के समतलीकरण का कार्य शुरू हुआ
इससे पहले विकासकर्ता कंपनी ने निर्माण कार्य के लिए अधिगृहीत भूमि को तैयार करना शुरू कर दिया है।दयानतपुर की ओर से भूमि को समतल किया जा रहा है।इसके बाद चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरी ओर एयर ट्रैफिक कंट्रोल बिल्डिंग और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के कार्यालय का निर्माण शुरू होगा।यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड परियोजना के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल है, जिसमें यमुना अथॉरिटी और स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी हिस्सेदार हैं।
वर्ष 2024 तक उड़ानें शुरू करने का लक्ष्य
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए छह गांव रोही, परोही, दयानतपुर, बनबारीवास, रन्हेरा व किशोरपुर की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है. परियोजना से प्रभावित 3003 परिवारों को जेवर बांगर में बसाया गया है।इस एयरपोर्ट के पहला चरण की लागत 5730 करोड़ रुपये होगी. इसके लिए एसबीआइ से 3725 करोड़ रुपये ऋण लिया गया है।सरकार का लक्ष्य है कि 2024 तक इस एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का संचालन शुरू हो जाए. यह हवाई अड्डा 2026 तक पूरी तरह बनकर तैयार होगा।दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 5000 हेक्टेयर में बनाया जाना था।अब इसका क्षेत्रफल बढ़ाकर 5845 हेक्टेयर कर दिया गया है। तय हुआ है कि मेंटेनेंस रिपेयरिंग ओवरहालिंग हब (MRO Hub) भी एयरपोर्ट परिसर में ही विकसित किया जाएगा. यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-30 और सेक्टर-31 की 845 हेक्टेयर जमीन भी एयरपोर्ट में समाहित कर दी है।इसके बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5845 हेक्टेयर हो गया है, जो इसे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाता है।
More Stories
राजीव कृष्णा बने यूपी के नए DGP, 1991 बैच के IPS को सौंपी गई पुलिस की कमान।
भारत ने इंग्लैंड के लिए की मिक्स्ड डिसेबिलिटी टी20 टीम की घोषणा, पहला मुकाबला 21 जून को।
कानपुर,,आतंक पर पीएम मोदी का करारा हमला,दुश्मन कहीं भी हो “हौंक” दिया जाएगा,कहा-ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गिड़गिड़ाने वाला दुश्मन धोखे में ना रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ।