ग्रेटर नोएडा एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी और वन विभाग के लोग एक महिला और एक बच्चे से एक बंदर के बच्चे को छीनकर ले जा रहे थे। जिसके बाद महिला और उसका बच्चा बिल-बिलख कर रो रहे थे और बंदर के उस बच्चे को वापस मांग रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मी उस बंदर के बच्चे को ले गए और बताया गया कि उनको सूचना मिली की यह लोग उस बच्चे को बेचने वाले थे लेकिन आज हमने उस जगह पर जाकर पड़ताल की और पता लगाया कि आखिर क्या सच्चाई थी…..आप भी देखिए दिल को जखझोर देने वाली ये रिपोर्ट…….
तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से हाथ जोड़कर यह महिला अपने बंदर के बच्चे के लिए रो रही है और गुहार लगा रही है कि उनके बिछड़े हुए बंदर के बच्चे को वापस उसके परिवार से मिला देना चाहिए । इन लोगों ने बताया कि करीब 3 महीने पहले इस बच्चे को यह लेकर आए थे तभी से वह उनके यहां पर परिवार के सदस्य की तरह रह रहा था और बंदर के उस बच्चे को अपने बेटे की तरह ही यह पाल रही थी। इनकी बेटी अभिलाशा के साथ ही वह खाना खाता था, सोता था और साथ ही घूमता था ।यह सभी लोग ग्रेटर नोएडा के अल्फा 2 की झुग्गियों में रहते थे और कबाड़ा बीनकर अपना पालन पोषण करते है साथ ही उसी में उस बंदर के बच्चे का भी पोषण करते थे ।उन्होंने उसका नाम भवानी रखा था लेकिन शायद किसी को इनका जानवर से प्रेम पसंद नहीं आया और उन्होंने वन विभाग और पुलिस से इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद देर शाम झुग्गियों में पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची और इन लोगों से जबरन भवानी को छीनकर कर ले गई,ये पूरा परिवार हाथ जोड़कर उन उन लोगो से गुहार लगाते रहे रोते रहे, बिलखते रहे और रो कर बेहोश भी हो गए लेकिन वन विभाग की टीम पर कोई असर नही पड़ा और वो बंदर को अपने साथ ले गए।
पीड़ित महिला की गुजारिश
वहां मौजूद पड़ोसियों ने बताया कि यह लोग पूरा दिन उस बंदर के बच्चे के साथ ही रहा करते थे, उसके लिए अलग से दूध भी लिया करते थे साथ ही परिवार वालों ने बताया कि रात से किसी ने भी घर में खाना नहीं खाया है। सभी का उस बंदर के बिना का रो रो कर बुरा हाल है ।उन्होंने कहा कि वह बंदर नहीं उनकी परिवार का सदस्य था , जिसका उन्होंने नाम भवानी रखा। उन्होंने बताया की हम उसको बेचना नही चाहते थे, हम तो उसको अपने हमेशा साथ ही रखते थे। किसी ने झूठी सूचना दी और उसके बाद पुलिस हमसे वह बच्चा छीन कर ले गई ।अब यह लोग गुहार लगा रहे हैं कि उनको कैसे भी वह बच्चा वापस मिल जाना चाहिए। घर की हालत देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से यह लोग अपना जीवन यापन कर रहे होंगे ।
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