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यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी की 73 वीं बोर्ड बैठक हुई संपन्न,बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय ।

ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी चेयरमैन अरविद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यमुना प्राधिकरण सीईओ डा.अरुणवीर सिंह,एसीईओ मोनिका रानी,एसीईओ रविद्र सिंह आदि मौजूद रहे। जिसमें मास्टर प्लान-2041 को मंजूरी दी गई है। नए मास्टर प्लान में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के 171 गांवों को किया गया शामिल। अब इन गांवों का विकास यमुना अथॉरिटी करेगी। आने वाले अगले 20 वर्षों के दौरान प्राधिकरण की सारी विकास योजनाएं इन 171 गांवों की जमीन पर उतारी जाएंगी। इनमें मेडिकल डिवाइस पार्क, लॉजिस्टिक्स हब, ओलंपिक विलेज, ओलंपिक पार्क, सिविल एविएशन हब और यमुना फिल्म सिटी समेत तमाम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट शामिल हैं। बोर्ड बैठक के बाद यमुना अथॉरिटी के सीईओ डा.अरुणवीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है।


इन गांवों में इसी साल भूमि अधिग्रहण शुरू होगा,₹1,553 करोड़ मुआवजा देगा प्राधिकरण।
गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के इन गांवों में यमुना विकास प्राधिकरण इसी साल भूमि अधिग्रहण की शुरुआत करेगा। यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि मास्टर प्लान 2041 को बोर्ड ने मंजूर कर लिया है। अब यह मास्टर प्लान शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।

इस मास्टर प्लान में बुलंदशहर जिले के 42 और गौतमबुद्ध नगर जिले के 129 गांव शामिल किये गये हैं। कुल 171 गांव के दायरे में इस मास्टर प्लान के तहत विकास किया जाएगा। इन गांवों की जमीन जल्दी अधिग्रहित की जाएगी। यमुना प्राधिकरण ने इस साल के बजट में सबसे बड़ा मद भूमि अधिग्रहण रखा है। चालू वित्त वर्ष में 31 मार्च 2022 तक प्राधिकरण 1,200 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करेगा। इसके लिए 1,553 करोड रुपए मुआवजा किसानों को दिया जाएगा।” आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में प्राधिकरण ने 583 करोड रुपए भूमि अधिग्रहण पर खर्च किए। जिसके जरिए 455 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी गई थी।
इस इलाके में तेजी से होगा औद्योगिक विकास
डॉ. अरुणवीर सिंह ने आगे कहा,इस साल लॉजिस्टिक हब, मेडिकल डिवाइस पार्क और कई नई औद्योगिक योजनाएं लांच की जाएंगी। जिसके लिए यमुना अथॉरिटी को ज्यादा जमीन की आवश्यकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बजट में सबसे ज्यादा धनराशि भूमि अधिग्रहण के लिए आवंटित की गई है।” सीईओ ने कहा, “मास्टर प्लान-2041 की बड़ी खासियत यह है कि इसके करीब 70 से 80% हिस्से पर औद्योगिक गतिविधियां संचालित होंगी। बाकी 20% हिस्से पर आवासीय संस्थागत और कमर्शियल एक्टिविटीज के लिए भूमि आवंटन किया जाएगा। वर्ष 2041 तक यमुना प्राधिकरण के विकसित हो चुके शहर में 39 लाख लोग निवास करेंगे। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए विकास योजनाएं तैयार की जा रही हैं।
राया वृन्दावन बांके बिहारी मंदिर को जोड़ा जाएगा।
7 किलो मीटर रोड बन रहा है।
टप्पल और बाजना में वेयरहाउस बनना था उस एरिया को डिनोटिफाइड किया गया है ।
फ़िल्म सिटी के लिए 30 अप्रैल तक बिड डाली जा सकेगी। 2 मई को फ़िल्म सिटी की बिड खोली जाएगी।
SDS के बिल्डर को समय दिया गया है।
ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे से यमुना एक्सप्रेस को जोड़ने के लिए चार इंटरचेंज बनेगे।
इन पर खर्च होगा 16 करोड़ खर्च होगा ।
5 नए क्लस्टर लेदर पार्क , प्लास्टिक पार्क,ट्रांसपोर्ट इलेक्ट्रॉनिक विकल पार्क बनाएं जाएंगे।

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