
लखनऊ – DGP राजीव कृष्णा की बड़ी पहल,गिरफ्तारी से जुड़ी पारदर्शिता और
जवाबदेही को लेकर DGP उत्तर
प्रदेश का बड़ा कदम,””उत्तर प्रदेश में गिरफ्तारी और
तलाशी के लिए नए नियम लागू।
डीजीपी उत्तर प्रदेश ने पूर्व में उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के विभिन्न आदेशों के क्रम में सीबीआई व इडी द्वारा तैयार किए गए मेमो के विश्लेषण उपरांत डीजी परिपत्र किया जारी।
पुलिस द्वारा की जाने वाली गिरफ्तारी के लिए नामित होगा एक जिम्मेदार अधिकारी।
“”गिरफ्तारी का विवरण जिला कंट्रोल रूम में किया जाएगा प्रदर्शित,
CBI और ED द्वारा तैयार किए गए मेमो की तर्ज पर करेगी गिरफ्तारी।
गिरफ्तारी के समय बताना होगा कारण, दर्ज होगी पूरी जानकारी, दो गवाहों के हस्ताक्षर होंगे अनिवार्य । बरामद वस्तुओं का किया जाएगा पूरा उल्लेख।
हर जिले में एक अधिकारी करेगा अनुपालना की निगरानी
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