ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज के सांस्कृतिक क्लब–परम्परा द्वारा आज दिनांक 13 अप्रैल 2022 को जलियां वालाबाग नरसंहार के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए जलियां वाला बाग त्रासदी पर एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया
गया जिसका उद्देश्य देशभक्ति की लहर चलाना, शहीदों की याद को ताजा करना, देश वासियों के अमृतसर जलियां वाला बाग में मौजूद प्रत्येक प्राणी को देशभक्ति से ओत-प्रोत करवाना था I
प्रिंसिपल, ग्रेटर नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज डॉ सविता मोहन ने कहा जालियाँवाला बाग हत्याकांड भारत के पंजाब प्रान्त के अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के निकट जलियाँवाला बाग में १३ अप्रैल १९१९ (बैसाखी के दिन) हुआ था। रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी जिसमें जनरल डायर नामक एक अँग्रेज ऑफिसर ने अकारण उस सभा में उपस्थित भीड़ पर गोलियाँ चलवा दीं जिसमें 400 से अधिक व्यक्ति मरे और 2000 से अधिक घायल हुए, माना जाता है कि यह घटना ही भारत में ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत बनी
नुक्कड़ नाटक केवल एक शब्द नहीं है, यह उन हजारों छात्रों के लिए एक भावना है जो इस कला रूप की पूजा करते हैं बीबीए, बीसीए एवं बीकॉम के छात्रों ने नुक्कड नाटक का मंचन कर जनरल डायर द्वारा जलियांवाला बाग में कराए गए नरसंहार को प्रदर्शित किया। इसमें दर्शाया गया कि किस प्रकार उस दौर में भारतीय देश के प्रति समर्पित और अंग्रेज सरकार के अत्याचारों से पीड़ित थे , उस नरसंहार के शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की, कार्यक्रम के अंत में नुक्कड़ नाटक के प्रतिभागियों द्वारा “वंदे मातरम” के नारों के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।
जलियांवालाबाग नरसंहार के शहीदों को श्रद्धांजलि। उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा और हर भारतीय के मन में हमेशा कृतज्ञता और गौरव लाएगा।
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