उत्तर प्रदेश,, शिक्षक भर्ती को लेकर इंतजार कर रहे लोगों के लिए राहत देने वाली खबर है। ऐसे लोगों को अब जल्द ही योगी सरकार नौकरी देने जा रही है। माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत 2090 तदर्थ शिक्षकों को राहत देने के लिए शासन तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है। इसके तहत इन शिक्षकों को मानदेय पर रखा जाएगा, जिसमें अधिकतम 50 हजार तक मानदेय देने की व्यवस्था होगी। इन शिक्षकों का वेतन फिलहाल रोक दिया गया है और उन पर सेवाएं समाप्त किए जाने का खतरा मंडरा रहा है,शासन के निर्देश पर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) की तरफ से संशोधित प्रस्ताव उपलब्ध करा दिया गया है। अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल की अध्यक्षता में गठित उच्चाधिकार प्राप्त कमेटी इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक विधायकों की मांग पर इस कमेटी का गठन किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तदर्थ शिक्षकों के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो जाने पर मामले में मानवीय आधार पर विचार करते हुए यह संशोधित प्रस्ताव तैयार किया गया है।इसमें तीसरा विकल्प यह दिया गया है कि तदर्थ शिक्षक के वर्तमान बेसिक पे में प्रत्येक आगामी पांच वर्षों की सेवा पर 10 हजार रुपये की वृद्धि करते हुए मानदेय का निर्धारण किया जाए। साथ ही यह शर्त भी होगी कि यह मानदेय अधिकतम 50 हजार रुपये की सीमा तक होगा। इस विकल्प में ज्यादातर वरिष्ठ तदर्थ शिक्षकों को 50 हजार रुपये तक मानदेय मिल सकेगा। इन शिक्षकों के मानदेय पर सालाना 240 करोड़ रुपये व्यय भार आने का अनुमान है।
More Stories
आस्था की डुबकी लगाकर पीएम मोदी ने दिया एकता का संदेश,महाकुम्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी श्रद्धा के साथ किया त्रिवेणी संगम में स्नान।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बौद्ध महाकुम्भ यात्रा का किया शुभारंभ,हिंदू और बौद्ध एक ही वटवृक्ष की शाखाएं: सीएम योगी।
महाकुम्भ सीसीटीवी फुटेज और फोटोग्राफी के आधार पर होगी मौनी अमावस्या हादसे की सघन जांच,तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम प्रयागराज पहुंची,जांच ने पकड़ी रफ्तार।