जी एन आई ओ टी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (GIPS) मे “इन्नोवेशन इन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर ” विषय पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का हुआ आयोजन।
दिनांक 29 अप्रैल 2023 को GIPS -सी सी एस यूनिवर्सिटी कैंपस मे “इन्नोवेशन इन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर ” विषय पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ ग्रुप के चेयरमैन डॉ राजेश कुमार गुप्ता जी एवं कार्यक्रम मे आये सभी विशिष्ट अतिथिगण ने सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलित कर किया।
इस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य इंडस्ट्रीज के विशेषज्ञों, चिकित्सकों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और छात्रों को एक साथ लाकर विषय की हाल की चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझना है।
आज के कांफ्रेंस के चीफ गेस्ट प्रोफेसर प्रेम व्रत जी ( फाउंडर डायरेक्टर आईआईटी रुड़की फॉर्मर वाइस चांसलर यूपीटीयू लखनऊ) जी ने 5 Ps का उल्लेख किया जिसमे PEACE ,PEOPLE , PARTNERSHIP , PLANET & PROSPERITY को उन्होंने विश्व शान्ति और विश्व को समान दशा में लाने के लिए इनोवेशन का आधार बताया I उन्होंने अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , क्लाउड कंप्यूटिंग एवं थ्री डी पेंटिंग को भविष्य की टेक्नोलॉजी बताया ।
प्रिंसिपल GIPS डॉ सविता मोहन ने अपने स्वागत उदबोधन मे कहा कि यह कांफ्रेंस शैक्षणिक संस्थानों और कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों में वर्तमान और भावी शिक्षकों के लिए डिज़ाइन किया गया है। कांफ्रेंस उन अनुसंधान विद्वानों के लिए भी उपयोगी होगी जो समय के साथ शिक्षण पेशे में शामिल होने का इरादा रखते हैं। चयनित रिसर्च पेपर के रिसर्च प्रोसीडिंग्स का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया जो ISBN के साथ प्रकाशित किए गए है । कांफ्रेंस मे साठ से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए है जिसमे से उत्कृस्ट शोध पत्रों को कैश अवार्ड से सम्मानित किया गया l सभी प्रतिभागियों को प्रेजेंटेशन एवं पार्टिसिपेशन का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया
ग्रुप के चेयरमैन डॉ राजेश कुमार गुप्ता जी ने कहा कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य अत्यधिक रचनात्मक पेशेवरों का एक समूह उत्पन्न करना है, जो न केवल मानव संसाधन विकास में, बल्कि राष्ट्र निर्माण अभ्यास में भी योगदान दे सकते हैं। यह नेशनल कांफ्रेंस शिक्षाविदों, अनुसंधान संगठनों, संस्थानों, स्थानीय निकायों और एजेंसियों और नीति-निर्माताओं के प्रतिनिधियों को एक साथ लेकर आया है।
ग्रुप के वाईस-चेयरमैन श्री गौरव गुप्ता जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्रमोदी के नेतृत्व में, जीओआई स्टार्टअप उन पहलों को लागू कर रहा है, जो न केवल भारत में निवेश की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि भारत को व्यापार करने के लिए एक बेहतर और आसान स्थान भी बनाएगा। वर्तमान सरकार द्वारा शुरू की गई कुछ पहलों में मेक इन इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया और स्मार्ट सिटीज है ।
कांफ्रेंस के गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर टी पी सिंह हेड -द स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस यूनिवर्सिटी आफ पैट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून जी ने बताया कि प्रौद्योगिकी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है जिसमे आज सबसे ज्यादा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस तकनीक निरंतर रूप से आगे बढ़ते जा रही है। यह तकनीक इस बात को साबित कर रहे हैं कि ये मानव जाति के लिए एक वरदान हैं। वे किसी भी काम को सरल बनाते हैं, और आगे चलकर मानव तरीके से एक समस्या को हल करने में मदद भी करते हैं। हर तकनीक का अपना सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव दोनों ही होता है और इसी तरह से आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के भी हैं। विभिन्न उद्योगों और अनुसंधान क्षेत्रों में इसका काफी महत्व होता है
आज के प्रथम टेक्निकल सेशन मे डॉ नीरज सिंघल जी, डायरेक्टर सर छोटू राम यूनिवर्सिटी मेरठ से ने आये हुए सभी पेपर प्रिसेंटर को रिसर्च पेपर की बारीकियों के बारे मे ज्ञान दिया एवं कहा कि कई छोटे व्यवसायों के लिए, प्रौद्योगिकी ने एक नया बाजार ऑनलाइन खोल दिया है। ई-कॉमर्स छोटे व्यवसायों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचने की अनुमति देता है
जामिआ हमदर्द से आये हुए शिक्षाविद ,आज के कार्यक्रम के कीनोट स्पीकर डॉ एहतिराम रजा खान जी ने रिसर्च पेपर प्रेजेंटेशन के दौरान सभी को बताया कि व्यवसाय विनिर्माण में प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे कर सकते हैं , ग्राहकों की देखभाल, परिवहन, मानव संसाधन प्रबंधन, व्यापार संचार में सुधार कर सकते हैं, प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने के तरीके के रूप में अपनी सेवाओं या उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं।
दूसरे टेक्निकल सेशन मे श्री मार्क ( जे एम् सी प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड ) पेपर प्रेजेंटेशन के दौरान व्यापार में प्रौद्योगिकी के लाभ की जानकारी दी, उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि, स्वचालित व्यापार प्रक्रियाएं और संचालन व्यवसाय के लिए प्रौद्योगिकी के प्रमुख लाभों में से एक हैं।सॉफ्टवेयर और ऐप की मदद से स्वचालित व्यावसायिक प्रक्रियाएं व्यवसाय की लागत में कमी लाती हैं ।
चीफ गेस्ट प्रोफेसर डॉ आर के खाण्डाल फॉर्मर प्रेसिडेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड फॉर्मर वाइस चांसलर यूपीटीयू लखनऊ जी ने सेल्फ लीडरशिप डेवलपमेंट के माध्यम से सभी छात्रों को “व्यक्तिगत कौशल: आत्म जागरूकता विकसित करना, व्यक्तिगत तनाव का प्रबंधन करना, समस्याओं को सुलझाना , पारस्परिक कौशल: कोचिंग और परामर्श, दूसरों को प्रभावित करना और प्रेरित करना, प्रभावी टीमों और टीम वर्क का निर्माण करना, तकनीकी कौशल में परिवर्तन करना, नीतियां बनाना, बजट, परियोजना प्रबंधन जैसे गुणों को विकसित करने के गुर सिखाये जिससे कि छात्रों के भविष्य मे प्लेसमेंट मे सहायक होगा l
हेड बीकॉम डॉ श्याम कुमार जी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि अंत मे कहा कि यह एक ही क्षेत्र में अन्य पेशेवरों के साथ एक गुणवत्ता नेटवर्किंग अवसर प्रस्तुत करता है। संगोष्ठी में भाग लेने पर व्यवसाय कार्ड और अन्य उपस्थित लोगों के साथ अपने बारे में जानकारी साझा करने के लिए तैयार रहें। इसी तरह, वक्ताओं, आयोजकों और साथी उपस्थित लोगों से संपर्क जानकारी के लिए पूछें, जो भविष्य में सूचना के अच्छे स्रोत के रूप में काम कर सकते हैं
कार्यक्रम के समापन पर आज के प्रोग्राम की मॉडरेटर प्रोफेसर ऋतू यादव एवं प्रोफेसर आशुतोष सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद दिया एवं छात्रों को कहा कि दिए गए ज्ञान को अपने जीवन मे अपनाकर सफलता की और अग्रसर हौ।
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