
भारत के महान उद्योगपति रतन टाटा अनंत यात्रा पर निकल गए,देश की औद्योगिक क्रांति के जनक देश की अर्थव्यवस्था के आधार स्तंभ, कार्यदक्षता के साथ पेशेवर ईमानदारी अतिशय विनम्रता,शालीनता और सादगी प्रेम और करुणा से भरे हुए बेमिसाल व्यक्तित्व,आज के नए अरबपति भले हो रतन टाटा के रास्तों से नही गुजरते लेकिन इस देश में भरोसे का दूसरा नाम टाटा है,सड़क पर टाटा ट्रक और खाने में भी टाटा नमक,एक भरोसा जो अपने देशवासियों को देकर गए,ऐसे महान रतन टाटा को अलविदा,आप संयुक्त इतिहास का हिस्सा रहेंगे,आपके जाने के बाद आपकी कहानियां बच्चे सुनेगे,हम जैसे पत्रकार आपको एक बेहतर इंसान बताएंगे जो दूसरों से बहुत अलग था,हम सब आपसे प्यार करते हैं। अलविदा.टाटा।
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