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जी.एन.आइ.ओ.टी एम् बी ए संस्थान मे ओरिएंटेशन प्रोग्राम “आरब्ध -2021” का आयोजन।

आज दिनांक 26 अक्टूबर को जी.एन.आइ.ओ.टी एम् बी ए संस्थान मे एम् बी ए प्रथम वर्ष के नवप्रवेशित छात्रों के लिए छात्रों के लिए 26 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक चलने वाले ओरिएंटेशन वीक आरब्ध -2021 का शुभारभ दिवंगत श्री के एल गुप्ता जी, एक महान परोपकारी, महान दूरदर्शी और जी.एन.आइ.ओ.टी के संस्थापक अध्यक्ष जी को श्रद्धांजलि के साथ किया गया


सभी गणमान्य उपस्थित व्यक्तियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह में भाग लिया और माता सरस्वती की वंदना की


चेयरमैन श्री राजेश गुप्ता जी ने नए सत्र में प्रवेश कर रहे सभी छात्र – छात्राओं को चरित्र निर्माण, नैतिकता एवं दक्षता को बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा की आज की प्रतिस्पर्धा में प्रबंधन शिक्षा मे कॉलेज के द्वारा समय समय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, अन्तर कॉलेज प्रतियोगिता, स्पोर्ट्स डे एवं सेमिनार आयोजन के द्वारा छात्रों मे नई ऊर्जा भरकर अपने लक्ष्य की और अग्रसर कर जॉब प्लेसमेंट पर जोर दिया जाता है I

उन्होंने सफलता पाने के लिए छात्रों को समय प्रबंधन की जीवन मे उपयोगिता व समुचित विकास के लिए गुर सिखाये एवं सभी छात्रों का उत्साहवर्धन किया एवं छात्रों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि हम उम्मीद करते है कि जिस तरह हमारे छात्रों को देश और विदेश मे पहचान मिली है , आने वाले समय मे नए छात्र कॉलेज का परचम देश और विदेश मे लहरायेंगे।जी.एन.आइ.ओ.टी एम् बी ए की डायरेक्टर डॉ. सविता मोहन ने सभी आये हुए अतिथियों एवं नवीन छात्रों का अभिनन्दन किया और कहा की इंस्टिट्यूट मे छात्रों के लिए बौद्धिक ज्ञान के अतिरिक्त शोध की प्रवर्ति का समुचित विकास कर संस्थान मे प्रोजेक्ट बनाकर अपने-अपने क्षेत्र मे छात्र सफलता के नए मापदंड स्थापित करते हैं l सभी प्रसिद्ध विशेषज्ञों का उद्देश्य विद्यार्थिओं में मानवीय मूल्यों के साथ-साथ प्रबंधन योग्यता को विकसित करना है। जिससे वे आगामी जीवन की चुनौतियों से सामना करते हुए, अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकें।

आज के प्रोग्राम के विशिष्ट अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल मानवेन्देर सिंह परम विशिष्ट सेवा मैडल के प्रमुख सलाहकार रहे है उन्होंने “राइट ऐटिटूड विल सेट दा अलटीटुड” के बारे मे बताया कि आपका रवैया आपके विचारों से बनता है, और आप अपने विचारों को चुनते हैं।आप अपने मन के फ्रेम के निर्माता हैं। आप तय करते हैं कि आप जीवन की घटनाओं को कैसे अनुभव और संसाधित करेंगे।।एक सकारात्मक दृष्टिकोण का अर्थ है एक ऐसी मानसिकता जो बाधाओं, कठिनाइयों या देरी से भयभीत नहीं होती है ,किसी भी पीढ़ी की सबसे बड़ी खोज यह है कि एक इंसान अपने रवैये में फेरबदल करके अपने जीवन को बदल सकता है ।
आज के प्रोग्राम के मुख्य वक्ता सलाहकार राष्ट्रीय जल मिशन , जल शक्ति मंत्रालय श्री सुनील कुमार अरोरा जी ने
पानी के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सोच में बदलाव को भी महत्त्वपूर्ण प्राथमिकता बनाना जरूरी बताया । आज भी पानी को असीमित यानी कभी न खत्म होने वाला संसाधन माना जाता है देश ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिस तरह से कार्य किया, उसी तरह देश में पानी से सम्बन्धित अलग-थलग पड़ी संस्थाओं को समन्वित कर तथा जल सुरक्षा को हर एक नागरिक की जिम्मेदारी बनाकर, भारत राष्ट्रीय जल सुरक्षा सुनिश्चित करने की एक मिसाल पेश कर सकता है।आज के प्रोग्राम के सम्मानित अतिथि श्री आनंद प्रकाश, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (फार्म फॉर फुल पोटेंशियल ), संयोजक इंडिया क्वालिटी एसोसिएशन जी ने सेल्फ लीडरशिप डेवलपमेंट के माध्यम से सभी छात्रों को “व्यक्तिगत कौशल: आत्म जागरूकता विकसित करना, व्यक्तिगत तनाव का प्रबंधन करना, समस्याओं को सुलझाना , पारस्परिक कौशल: कोचिंग और परामर्श, दूसरों को प्रभावित करना और प्रेरित करना, प्रभावी टीमों और टीम वर्क का निर्माण करना, तकनीकी कौशल में परिवर्तन करना, नीतियां बनाना, बजट, परियोजना प्रबंधन जैसे गुणों को विकसित करने के गुर सिखाये जिससे कि छात्रों के भविष्य मे प्लेसमेंट मे सहायक होगा l
एम् बी ए हेड डॉ अविजीत डे ने कॉलेज की उपलब्धियों के बारे मे बताया एवं कहा कि कठिन परिश्रम सफलता की कुंजी होती है ,इसको अपनाकर भविष्य को उज्जवल बनाया जा सकता है नए सत्र मे प्रवेशित सभी छात्रों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाये दी I उन्होंने सभी शिक्षकों से छात्रों का परिचय कराया l कार्यक्रम के समापन पर आज के प्रोग्राम की मॉडरेटर प्रोफेसर श्वेता वाही एवं प्रोफेसर आशुतोष सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद दिया एवं छात्रों को कहा कि दिए गए ज्ञान को अपने जीवन मे अपनाकर सफलता की और अग्रसर हौI

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