
नई दिल्ली – 27 मई 2025 – इंडेक्स फेयर 27-29 मई 2025 तक दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शुरू हुआ। ईपीसीएच इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन दुबई में भारत के महावाणिज्य दूतावास के श्री सतीश सिवन ने सदस्य निर्यातकों की मौजूदगी में किया। यह मेला भारतीय निर्यातकों को मध्य पूर्व क्षेत्र के प्रीमियम खरीदारों के सामने अपने बेजोड़ हस्तशिल्प उत्पादों को प्रदर्शित करने के कई अवसर प्रदान करता है। इस साल देश के विभिन्न हिस्सों से कई सदस्य निर्यातक अपने उत्पादों की विशेष रेंज प्रदर्शित कर रहे हैं ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने बताया ।
दुबई में भारत के महावाणिज्य दूतावास के श्री सतीश सिवन ने उद्घाटन के दौरान भारतीय हस्तशिल्प को विश्व बाज़ारों में लाने और देश से हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने के लिए परिषद के निरंतर प्रयासों की सराहना की। सीजीआई ने भारतीय प्रदर्शकों से बातचीत की और यूएई में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सहायता की पेशकश की।
ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद ने बताया कि परिषद नियमित रूप से इंडेक्स फेयर, दुबई, यूएई में प्रदर्शन कर रही है, जो यूएई के बाजार की बहुमुखी प्रतिभा के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इंडेक्स दुबई पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका (डब्ल्यूएएनए) का घर और होटलों के लिए डिज़ाइन आधारित उत्पादों का सबसे बड़ा व्यापार मेला है। ईपीसीएच ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए इंडेक्स मेले में इस भागीदारी का आयोजन किया है। ईपीसीएच इंडिया पैवेलियन का दौरा करने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आगंतुक भारत के हस्तशिल्प की सराहना कर रहे हैं।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने कहा कि यूएई दुनिया के प्रमुख बाजारों में से एक है और इंडेक्स फेयर मध्य पूर्व में घर, जीवनशैली, वस्त्र और फर्नीचर निर्यात करने का विशाल अवसर प्रदान करता है। इस संस्करण में भारत की भागीदारी में 11 सदस्य प्रतिभागी शामिल हैं जो घर की सजावट, टेबलवेयर, उपहार, फर्नीचर, होम फर्निशिंग और अन्य जीवनशैली हस्तशिल्प की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित करते हैं जो मेले की जीवंतता और विविधता को बढ़ाएगा, साथ ही वैश्विक निर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों को परिचित कराएगा जिससे भारत से सोर्सिंग के अवसर खुलेंगे।
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने की एक नोडल एजेंसी है, इसका उद्देश्य देश के विभिन्न शिल्प समूहों में होम, लाइफस्टाइल, टेक्स्टाइल, फर्नीचर और फैशन ज्वेलरी और एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू को एक मजबूत ब्रांड छवि के रूप में स्थापित करना है। वर्ष 2024-25 के दौरान हस्तशिल्प का अनुमानित अस्थायी (प्रोविजनल) निर्यात 32,971.50 करोड़ रुपये (3898.46 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का रहा। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान यूएई में होने वाला हस्तशिल्प निर्यात 2049 करोड़ (247 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा, जिसमें बीते वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 15.91% और डॉलर के संदर्भ में 12.60% की वृद्धि दर्ज हुई है, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा द्वारा सूचित किया गया।
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