ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के साइबर सुरक्षा और क्रिप्टोलॉजी केंद्र ने उन्नत साइबर के बुनियादी सिद्धांत और सुरक्षा को लेकर सात दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश और विदेश के लगभग 80 लोगों ने भाग लिया। इस दौरान पुलिस,इंडस्ट्री ,इनकमटैक्स, एकेडमिया समेत अन्य विभागों के लोग शामिल हुए।
विश्वविद्यालय के साइबर सुरक्षा और क्रिप्टोलॉजी केंद्र के एचओडी डॉ श्रीकांत ने बताया कि डिजिटल साइबर हमलों में वृद्धि ने व्यवसायों और व्यक्तियों के लिए साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता बना दिया है। व्यवसायों के लिए, साइबर अपराध वित्तीय नुकसान, परिचालन व्यवधान, डेटा उल्लंघन और विश्वास की हानि का कारण बन सकते हैं, जबकि व्यक्तियों को पहचान की चोरी, वित्तीय धोखाधड़ी और गोपनीयता के उल्लंघन का सामना करना पड़ता है। आज की कनेक्टेड दुनिया में, हर कोई उन्नत साइबर,सुरक्षा, समाधानों से लाभान्वित होता है । व्यक्तिगत स्तर पर, साइबर सुरक्षा हमले के परिणामस्वरूप पहचान की चोरी से लेकर जबरन वसूली के प्रयास, परिवार की तस्वीरों जैसे महत्वपूर्ण डेटा की हानि तक सब कुछ हो सकता है। हर कोई बिजली संयंत्रों, अस्पतालों और वित्तीय सेवा कंपनियों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर निर्भर करता है। इन और अन्य संगठनों को सुरक्षित रखना हमारे समाज को चालू रखने के लिए आवश्यक है।
इस दौरान विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा, प्रो वाइस चांसलर डॉ परमानंद,डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार,डॉ अम्रिता, प्रोफेसर अविनाश कुमार, डॉ अजय श्रीराम कुशवाह समेत विभिन्न विभाग के डीन और एचओडी मौजूद रहे।
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