गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल आफ़ लॉ जस्टिस एंड गवर्नन्स में राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम का आयोजन 24 जनवरी, 2025 को हुआ । कार्यक्रम का आयोजन सांस्कृतिक समिति, निःशुल्क विधिक सहायता केंद्र एवं प्रो बोनो क्लब द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें बालिकाओं के अधिकारों की चर्चा के साथ उनके सशक्तिकरण का उत्सव मनाया गया ।कार्यक्रम के आरम्भ में संकाय के अधिष्ठाता डॉ के के द्विवेदी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया । उन्होंने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस आयोजन को हमारी बालिकाओं को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक बताते हुए अनुच्छेद 15 (3) पर जोर दिया, जो भारत में महिलाओं के अधिकारों को बताता है।
इसके बाद सभी को प्रेरित करने के लिए अग्रणी भारतीय महिलाओं की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाला एक वीडियो प्रदर्शित किया गया।
इसके पश्चात बालिकाओं से संबंधित भारतीय कानूनों पर डॉ विक्रम करुणा, सहायक प्राध्यापक, लॉ स्कूल द्वारा एक विचारोत्तेजक भाषण दिया गया, जिसमें बालिकाओं के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया जैसे संपत्ति के अधिकार, स्त्रीधन, यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और गर्भपात के अधिकार सहित अन्य और बालिका अधिकार। कार्यक्रम में प्रथम वर्ष की छात्राओं तरनी और दिव्यांशी द्वारा मधुर संगीत प्रस्तुति की गयी और रिद्धिमा द्वारा सुंदर कविता पाठ किया गया , जिसने छात्राओं की प्रतिभा और रचनात्मकता को प्रदर्शित किया । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मलाला यूसुफजई की कहानी से प्रेरित एक साक्षात्कार नाटक था, जिसमें छात्राओं प्राप्ति और शांभवी ने न केवल उनकी प्रेरक यात्रा पर प्रकाश डाला, बल्कि लड़कियों को अपनी आवाज उठाने और अपने अधिकारों के लिए प्रयास करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। इसके अलावा, लड़कियों को किसी भी स्थिति में अधिक सशक्त और आत्मविश्वास महसूस करने में मदद करने के लिए एक आत्मरक्षा तकनीक सत्र आयोजित किया गया था प्रो बोनो क्लब के सदस्यों ने छात्राओं और महिलाओं के आत्म रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का कैंपस ड्राइव चलाया। जिसे छात्रा राघव पाठक ( बॉक्सिंग एक्स्पर्ट ) और गौरी राना (मार्शल आर्ट्स एक्स्पर्ट) द्वारा कुशलता पूर्वक दर्शाया गया ।
लैंगिक भूमिकाओं को पुनर्परिभाषित करने वाली एक वीडियो क्लिप भी दिखाई गई, जिसमें कार्य निर्धारण को लेकर लैंगिक समानता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम विभागाध्यक्ष के धन्यवाद प्रस्ताव में सभी आयोजकों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करने और वैदिक काल से लेकर वर्तमान सांविधानिक और विधिक प्रावधानों, विभिन्न संवैधानिक संशोधनों तथा केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के संदर्भ में भारतीय महिलाओं की स्थिति पर प्रकाश डाला। साथ ही डा तिवारी ने समस्त छात्राओं को अपने दैनिक जीवन में बालिका अधिकारों का अभ्यास करने और उन्हें बढ़ावा देने का आग्रह किया एवं प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का आयोजन संकाय अधिष्ठाता डॉ के के द्विवेदी और विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार तिवारी के सहयोग और मार्गदर्शन में स्कूल की सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष डॉ प्रियंका सिंह , और सदस्यों डॉ अनीता सिंह तथा डॉ अखिलेश यादव द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रथम वर्ष की छात्राओं पलक और सौम्या ने किया। । इस अवसर पर संकाय के अन्य शिक्षक गण डॉ ममता शर्मा , डॉ. रमा शर्मा, डॉ. अक्षय सिंह, डॉ.सतीश चंद्रा, डॉ. प्रकाश चंद्र दिलारे ,डॉ. पूनम वर्मा, डॉ. सुमित्रा हुईड्रोम ,डॉ सी. बी भरास, श्री सागर, , श्री हबीब, , सुश्री सौम्या, सुश्री सुजाता भी उपस्थित रहे । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रविन्द्र कुमार सिंहा एवं कुलसचिव डॉ विश्वास त्रिपाठी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु विधि विभाग को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं और भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन में हर प्रशासनिक सहायता का आश्वासन दिया है।
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